वाक्यों में त्रुटियाँ :- वाक्य भाषा की बहुत अहम् इकाई होता है । इसलिए आप की भाषा शुद्ध हो इसके लिए आवश्यक है की आपको वाक्य शुद्धि का ज्ञान हो वाक्य रचना में संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण,क्रिया,अव्यय से सम्बंधित या अन्य प्रकार की अशुद्धियाँ हो सकती हैं जिनसे सम्बंधित विभिन्न प्रश्न परीक्षाओं में पूछे जाते हैं ।
विभिन्न प्रकार की त्रुटियों के(विभिन्न परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्न) उदाहण एवं उनमे सुधार निम्न प्रकार से है -
◆ संज्ञा संबंधी अशुद्धियाँ:-
1. अशुद्ध वाक्य:- हिंदी के प्रचार में आज भी बड़े बड़े संकट हैं।
शुद्ध वाक्य:- हिंदी के प्रचार में आज भी बड़ी बड़ी बाधाएं हैं।
2.अशुद्ध वाक्य:- सीता ने गीत की दो चार लड़ियाँ गायी।
शुद्ध वाक्य:- सीता ने गीत की दो चार कड़ियाँ गायी।
3. अशुद्ध वाक्य:- पतिव्रता नारी को छूने का उत्साह कौन करेगा।
शुद्ध वाक्य:- पतिव्रता नारी को छूने का साहस कौन करेगा।
4. अशुद्ध वाक्य:- मुझे सफल होने की निराशा है।
शुद्ध वाक्य:- मुझे सफल होने की आशा नहीं है।
◆ लिंग संबंधी अशुद्धियाँ:-
1. अशुद्ध वाक्य:- परीक्षा की प्रणाली बदलना चाहिए।
शुद्ध वाक्य:- परीक्षा की प्रणाली बदलनी चाहिए।
2. अशुद्ध वाक्य:- हिंदी की शिक्षा अनिवार्य कर दिया गया।
शुद्ध वाक्य:- हिंदी की शिक्षा अनिवार्य कर दी गयी।
3. अशुद्ध वाक्य:-रामायण का टीका।
शुद्ध वाक्य:- रामायण की टीका।
4. अशुद्ध वाक्य:- दंगे में बालक,युवा,नर नारी सब पकड़ी गयीं।
शुद्ध वाक्य:- दंगे में बालक,युवा,नर नारी सब पकडे गए।
◆ वचन संबंधी अशुद्धियाँ:-
1. अशुद्ध वाक्य:- सबों ने यह राय दी।
शुद्ध वाक्य:- सब ने यह राय दी।
2. अशुद्ध वाक्य:- मेरे आंसू से रुमाल भीग गया।
शुद्ध वाक्य:- मेरे आंसुओं से रुमाल भीग गया।
3. अशुद्ध वाक्य:- इस विषय पर एक भी अच्छी पुस्तकें नहीं हैं।
शुद्ध वाक्य:- इस विषय पर एक भी अच्छी पुस्तक नहीं हैं।
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